Badalna Hindi Status – आज हम यहाँ Badalna Shayari Hindi, बदलने की शायरी, मौसम की तरह बदलना शायरी, बदलाव पर शायरी, खुद को बदलने की शायरी आपके साथ शेयर करेंगे।
आजकल कोन कब अपना रंग बदल लेता है कुछ पता नहीं लगता। प्यार में लोगो को काफी हद तक बदलते देखा जा सकता है। ऐसे में ये Badalna Shayari उन लोगो को बहुत पसंद आने वाली है।betwinner promo code
बदली नहीं तूने नियत अपनी ए जिंदगी अब भी देख.. हम क्या थे और अब क्या होने लगे है खुद की तलाश में आज हम खुद को ही कहीं खोने लगे है
आज के दौर पर शायरी
जो साथ चलने का हौसला रखते हैं वो कभी मुश्किलों को देख कभी अपनी राह नहीं बदला करते
Badlav par Shayari
अगर तुम सूरज की तरह चमकना चाहते हो तो परिश्रम की आग में तपने से क्यों घबराते हो बदलाव तो लाज़मी है वक्त के साथ साथ जिंदगी में फिर तुम बेफिजूल सोच विचार में अपना समय भला क्यों गवांते हो
बदलाव पर शेर
आत्मविश्वास रख तेरा वक्त भी आयेगा सफलता भी मिलेगी और मजा भी आयेगा बदलना मत राह-ए-मजिल अपनी तू खुद को तन्हा सोच कर, यकीनन एक दिन समुद्र भी खुद चल कर तेरे पास आएगा
हर पल का बदलाव जैसे हर दिन के लिए कुछ खास है वैसे ही परिश्रम करना ही खुश रहने का राज है
बदलाव पर शेर
जो हमसे दूर हो जाते हैं वो फिर लौट कर कहां आया करते हैं सुना है दिल-ए-मेहमान अक्सर यूं ही मौसम की तरह बदल जाया करते हैं
कुछ लोग पैर होते हुए भी जिन्दगी के रेस में दौड़ नहीं पाते हैं किस्मत से मुंह फेर कर भी अपनी जिंदगी को वो कभी बदल नहीं पाते हैं
गिरगिट की तरह रंग बदलना शायरी
कोई साथ दे या ना दे, तू अब चलना सीख ले अब आ ज़मीन पर वक्त आ गया है कुछ कर गुजरने का तेरा भी मत हार तू इम्तेहान ए जिंदगी से जल कर अब तू भी अपनी किस्मत बदलना सीख ले
हर दर्द की एक पहचान होती है हां खुशियां भी यकीनन चंद लम्हों की मेहमान होती है वही बदलते हैं रूख हवाओं का भी अक्सर जिनके हौसले बुलंद और इरादों में जान होती हैं
Best Sad Shayari on Change
दुनिया की हकीकत शायरी
वो आज कल अपना अहसास मुझको कुछ यूं दिलाया करते हैं बेरहम मौसम की तरह वो भी पल में अपनी बात से बदल जाया करते हैं
आज कल बदल गया है मिजाज़ कुछ उसका भी अब चुप चाप सुनने लगे है बिना कुछ कहे वो हर बात मेरी
लोगों के बदलने पर शायरी
जिनके इरादे खोखले होते हैं वो भला ज्यादा वक्त तक मंजिल-ए-सफ़र पर कहां टिक पाया करते हैं सुना है मुश्किलों को आता देख हमसफ़र भी पल में यूं ही बदल जाया करते हैं
मेरी हर राह पर ए खुदा बस तू अपनी नज़र रखना बदले चाहे हज़ार रंग जमाना पर तू कभी नहीं बदलना
मतलब की दुनिया शायरी
जाने क्यों मन आज अजनबी लहरों के साथ बदलता चला गया चुपचाप रहने की आदत थी इसको अक्सर जाने क्यों फिर से वक्त को देख करवट बदलता चला गया
सुना है खुदा के कर्म से बेरहम किस्मत भी बदल जाया करती है होती है इनायत जिस पर भी मेरे मालिक की उसकी बेहाल जिंदगी भी पल में संवर जाया करती है
खुद को बदलने की शायरी
आखिर बदल ही गए वो रिश्ते भी आज जाने क्यों जो कभी साथ निभाने का दावा किया करते थे
हवाएं भी आज अपना रुख बदलने लगी है शायद इनको भी खुल कर बहने की आदत होने लगी है
दोस्त बदलने पर शायरी
बदली बदली सी है ये जिंदगी भी आज खुशनुमा रंगों से जाने क्या नजराना छुपा रखा है वक्त ने अपने पहलू में
रास्ते भी आज अपनी राह बदलने लगे हैं शायद कुछ पल ये भी ठहरने की गुज़ारिश करने लगे है
जीवन में बदलाव शायरी
मेरी उलझनों को वो आज भी कुछ यूं रुसवा किया करते हैं मुझे आते देख वो जाने क्यों अपनी राह बदल लिया करते हैं
है कुछ बेखबर सा वो भी मेरी बे अदब की उलझनों से यकीनन मेरे यूं बदल जाने का गम तो उसको भी हुआ होगा
हालात पर शायरी
उनको लगता है हम अक्सर उनको नज़र भर देखते हैं अब फर्क कहां पड़ता है हमें उसके करीब या दूर होने से बात अब जब भी उसकी हुआ करती है महफ़िल में हम वहां से रुखसत हो जाया करते हैं
मुश्किल दौर पर शायरी
वो उलझ गए हैं आज कुछ बेपनाह शिकायतों में जो कभी मेरी एक हंसी के खातिर खुद को बदल किया करते थे
सपने हसीं लम्हों के साथ ले आया है आज फिर कोई बदली बदली से राहों में रंगीन जज़्बात ले आया है आज फिर कोई