आज हम यहाँ “Hindi Thoughts for School Assembly” – विद्यालय सभा के लिए अनमोल विचार शेयर कर रहे है ये Hindi Thoughts for School Students छात्रों के काफी लाभदायक होंगे। क्योंकि ये कुछ ऐसे Hindi Thoughts है जो छात्रों को उनके लक्ष्य की ओर ले जाने में प्रेरित करेंगे।
हमारे देश का भविष्य हमारे देश के छात्र है। अगर हमारे देश के छात्र ही कुछ करने की काबिलियत नहीं रखेंगे तो फिर इस देश का क्या होगा? छात्रो को समय-समय पर हमेशा मोटीवेट होते रहना चाहिए जिस से उनमे एक अलग ही जोश भरा रहे और वो ऐसा कभी ना सोचे कि वो कुछ कर नहीं सकते।
Top 20 Hindi Thoughts for School Assembly
Assembly Thought 01
जो कुछ भी हमने स्कूल में सीखा है, वो सब भूल जाने के बाद भी जो हमें याद रहता है, वो ही हमारी शिक्षा है।
Jo kuch bhi humne school me seekha hai, Wo sab bhool jane ke baad jo hume yad rehta hai, Wo hi hamari shiksha hai.
Students Thought 02
बीच रास्ते से लौटने का कोई फायदा नहीं, क्योंकि लौटने पर आपको उतनी ही दूरी तय करनी पड़ेगी, जितनी दूरी तय करने पर आप लक्ष्य तक पहुँच सकते थे।
Beech raste se lautne ka koi fayda nahi, Kyoki lautne par aapko utni hi duri tay karni padegi, Jitni duri tay karne par aap lakshy tak pahuch sakte the.
Assembly Thought 03
हमेशा याद रखो आप अपनी प्रॉब्लम से कई गुणा बड़े हो।
Hamesha yaad rakho aap apni problem se kai guna bade ho.
Students Thought 04
पैर में से काँटा निकल जाये तो चलने में मजा आ जाता है, और मन में से अहंकार निकल जाये तो जीवन जीने में मजा आ जाता है।
Pair me se kanta nikal jaye to chalne me maja aa jata hai, Or man me se ahankaar nikal jaye to jiwan jine me maja aa jata hai.
Assembly Thought 05
अगर आप एक पुरुष को शिक्षित करते है तो आप सिर्फ एक पुरुष को शिक्षित करते है, लेकिन अगर आप एक स्त्री को शिक्षित करते है तो आप एक पूरी पीढ़ी को शिक्षित करते है।
Agar aap ek purush ko shikshit karte hai to aap sirf ek purush ko shikshit karte hai, Lekin agar aap ek shtri ko shikshit karte hai to aap ek puri pidhi ko shikshit karte hai.
Students Thought 06
भीड़ हमेशा उस रास्ते पर चलती है जो रास्ता आसान लगता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि भीड़ हमेशा सही रास्ते पर चलती है। अपने रास्ते खुद चुनो, क्योंकि आपको आपसे बेहतर कोई नहीं जानता।
Bheed hamesha us raste par chalti hai jo rasta asaan lagta hai, Lekin iska matlab ye nahi ki bheed hamesha sahi raste par chalti hai. Apne raste khud chuno, Kyoki aapse behtar koi nahi janta.
Thoughts in Hindi on Education for Students
Assembly Thought 07
चलने वाले पैरो में कितना फर्क होता है, एक आगे होता है तो एक पीछे… पर ना तो आगे वाले को अभिमान है और ना पीछे वाले को अपमान, क्योंकि उन्हें मालूम होता है कि पलभर में ये बदलने वाले है। इसी को जिन्दगी कहते है।
chalne wale pairo me kitna fark hota hai, Ek aage hota hai to ek picche… Par na to aage wale ko abhiman hai or na piche wale ko apmaan, Kyoki malum hota hai palbhar me ye badalne wale hai. Isi ko jindgi kehte hai.
Students Thought 08
शिक्षा का कार्य गहनता से व सूक्ष्मता से सोचने की श्चमता विकसित करना है। बुद्धिमता के साथ सद्चरित्र – यही सच्ची शिक्षा का लक्ष्य है।
Shiksha ka kary gahanta se v shushmta se sochne ki schamta viksit karna hai. Buddhimata ke saath sadcharitr – Yahi sacchi shiksha ka lakshy hai.
Assembly Thought 09
नहा कर गंगा में सब पाप धो आया, वही से धोये पापो का पानी भर लाया। वह रे इंसान तरीका तेरा समझ में नहीं आया। पाप हमारी सोच से होता है, ना की शरीर से।
Naha kar ganga me sab paap dho aaya, Wahi se dhoye papo ka pani bhar laya. Wah re insaan tarika tera samajh nahi aaya. Paap hamari soch se hota hai, Na ki shareer se.
Very nice