March 29, 2024

मम्मी पापा पर 4 प्यारी कविताएँ | Inspirational Poem on Mother in Hindi

Top 4 Poem on Mother in Hindi:- स्वागत है आप सभी का चलोहिंदी.कॉम पर। आज हम यहाँ आपके साथ शेयर करेंगे Hindi Kavita on Maa, Poem on Papa in Hindi, Small Poem on Mother in Hindi ये प्यारी कविताएँ आपके दिल को छू लेगी।

hindi poem on mother and father

अक्सर ऐसे मौके आते है जैसे पापा का जन्मदिन, मम्मी का जन्मदिन उस समय ये पापा-मम्मी पर कविताएँ हमारे बहुत काम आती है। अगर आप इन कविताओं को अपने मम्मी-पापा के साथ शेयर करेंगे तो उनको बहुत अच्छा फील होगा साथ ही आप इन Poem in Hindi on Mother and Father को Mothers Day और Fathers Day पर भी अपने मम्मी-पापा के साथ शेयर कर सकते है।

Inspiring Poem on Mother in Hindi

हम यहाँ आपके लिए मम्मी-पापा पर चार कविताएँ पेश कर रहे है।

Hindi Poem on Mother

मेरे सर्वस्व की पहचान,
अपने आँचल की दे छाव,
ममता की वो लोरी गाती,
मेरे सपनो को सहलाती,
गाती रहती, मुस्कुराती जो,
वो है मेरी प्यारी माँ, प्यारी माँ।
प्यार समेटे सीने में जो,
सागर सारा अश्को में जो,
हर आहट पर मुद आती जो,
वो है मेरी प्यारी माँ, प्यारी माँ।
दुःख मेरे जो समेट जाती,
सुख की खुशबू बिखेर जाती,
ममता की रस बरसाती जो,
वो है मेरी प्यारी माँ, प्यारी माँ।

Poem on Father in Hindi

इस गिरती दुनिया में मैंने एक सहारे को देखा है,
इस भागती हुई भीड़ में मैंने अपने पिता को देखा है,
दिन-रात एक करके अपने परिवार को पालते हुए देखा है,
मेरी माँ को अपने हाथो से खाना खिलाते हुए देखा है,
इन टूटते हुए घरो के बीच मैंने अपने परिवार की बुनियाद को देखा है।
हर बार बाजार से अपने लिए खिलौना लाते हुए देखा है,
बिना कहे हर मांग को पूरी करते हुए देखा है,
मैंने अपने पिता को कभी ना करते हुए नहीं देखा है।
हर रोज सुबह विद्यालय छोड़ने जाते देखा है,
मुझे खुश करने के लिए बाद में मुझे लेने आते हुए भी देखा है,
मैंने सबकी परवाह करने वाले अपने पिता को देखा है।
हर बार मेरी पढाई का खर्चा अपने आप उठाते देखा है,
कभी भी किसी के आगे हाथ फैलाते नहीं देखा है,
मैंने अपने ऊँचे आत्मसम्मान वाले पिता को देखा है।
महंगी से महंगी चीज़ को भी खरीदते हुए देखा है,
पर खुद चार साल पुराना जूता पहने हुए देखा है,
मैंने अपने संतोषी पिता को भी देखा है।

मम्मी पापा पर प्यारी कविताएँ

ओ मेरी प्यारी माँ, सारे जग से न्यारी माँ,
मेरी माँ प्यारी माँ, सुन लो मेरी वाणी माँ,
तुमने मुझको जन्म दिया, मुझपर इतना उपकार किया,
धन्य हुआ मैं मेरी माँ, और मेरी प्यारी माँ,
अच्छे बुरे में फर्क बताया, तुमने अपना कर्तव्य निभाया,
अच्छा बेटा बनूँगा माँ, और मेरी प्यारी माँ,
करूँगा तेरा मैं गुणगान, करूँगा मैं तेरा सम्मान,
शब्द भी पड़ गए थोड़े माँ, ओ मेरी प्यारी माँ,
ओ मेरी प्यारी माँ, और मेरी प्यारी माँ।

हिंदी पोएम ऑन मदर

फ़कीर मिज़ाज हू अपना मिजाज़ ओरों से जुदा रखती हू,
लोग जाते है मंदिर, मस्जिद और मैं दिल में अपने पापा को रखती हू।
बताना है मुझे जो छुपा रखा है अब तक तुमसे,
कैसे न बताऊ तुम्हे सबकुछ ही तो तुमसे पाया है,
ये रंग रूप ये कद काठी सबकुछ ही तो तुमसे आया है।
महफ़िलो में भी लोग कहते है मैं बिल्कुल अपने पापा जैसी दिखती हू,
कैसे ना बताऊ तुम्हे की बाबा अब मैं लिखती हू।

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