Poem on Success and Hard Work in Hindi:- दोस्तों आपके लिए एक इमोशनल कविता पेश कर रहा हूँ जिसे पढ़कर आपको Hard Work करने की प्रेरणा मिलेगी। ये एक Motivational Hindi Poem है। इस कविता में कही न कही आप अपने आप को महसूस करेंगे।
Best Poem on Success and Hard Work in Hindi for Students
बैठ जाता हू मिट्टी पर अक्सर क्योंकि मुझे अपनी औकात अच्छी लगती है,
मैंने समुन्दर से सीखा है, जीने का सलीखा।
चुपचाप से बहना और अपनी मौज में रहना,
ऐसा नहीं है कि मुझमे कोई ऐब नहीं है,
पर सच कहता हू मुझमे कोई फरेब नहीं है।
जल जाते है मेरे अंदाज से मेरे दुश्मन,
क्योंकि एक ज़माने से मैंने ना महोब्बत बदली है,
और ना ही दोस्त बदले है।
एक घडी खरीद कर हाथ में क्या बाँध ली,
ये वक्त तो पीछे ही पड़ गया मेरे।
सोचा था घर बनाकर सुकून से बैठूँगा,
पर घर की ज़रुरतो ने मुसाफिर बना डाला।
सुकून की बात मत कर ए ग़ालिब,
वो बचपन वाला ऐतबार अब नहीं आता।
शोक तो माँ-बाप के पैसो से पुरे होते है,
अपने पैसे से तो बस ज़रूरते ही पूरी हो पाती है।
जीवन की भाग-दौड़ में वक्त के साथ रंगत चली जाती है,
हंसती खेलती जिन्दगी भी आम हो जाती है।
एक सवेरा था जब हंस कर उठा करते थे हम,
लेकिन आज बिना मुस्कुराये ही शाम हो जाती है।
कितनी दूर निकल गए हम रिश्तो को निभाते-निभाते,
खुद को खो दिया हमने अपनों को पाते-पाते।
लोग कहते है कि हम मुस्कुराते बहुत है,
लेकिन हम थक गए दर्द छुपाते-छुपाते।
खुश हू और सबको खुश रखता हू,
लापरवाह हू फिर भी सबकी परवाह करता हू।
चाहता हू कि ये दुनिया बदल दू,
लेकिन दो वक्त की रोटी के जुगाड़ से फुर्सत नहीं मिलती।