बाबा मोहन राम का इतिहास | Baba Mohan Ram History (काली खोली वाले)
Baba Mohan Ram History (काली खोली वाले मोहन बाबा):- आज की पोस्ट में हम भगवान् कृष्ण जी के कलयुग के अवतार यानि की बाबा मोहन राम के बारे में व उनके मंदिर काली खोली के बारे में जानेंगे। बाबा मोहन राम का इतिहास आज से 350 वर्ष पुराना है। अगर आप Baba Mohan Ram History in Hindi के बारे में नहीं जानते तो आपको ज़रूर ये पोस्ट पढनी चाहिए।
Baba Mohan Ram History and Kali Kholi Mandir (Bhiwadi, Rajasthan)
बाबा मोहन राम (Baba Mohan Ram History)
बाबा मोहन राम कलयुग में भगवान् श्री कृष्ण के दूसरे अवतार है। बाबा मोहन राम एक भारतीय अध्यात्मिक गुरु है जिन्हें उनके भक्त ऋषि, सतगुरु, फ़कीर और भगवान् कृष्ण के रूप में मानते है। ऐसा माना जाता है कि बाबा मोहन के पास चमत्कारी शक्तियां है जिनका इस्तेमाल वो अपने भक्तो के कल्याण के लिए करते है।
उनके सर के चारो और एक सोने की अंगूठी है जिसमे सामने एक मोर पंख लगा हुआ है साथ ही में वह मोटी व रुद्राक्ष से बनी माला भी पहनते है। बाबा मोहन राम नीले घोड़े पर सवार होते है इसलिए उनको नीले घोड़े के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि उनका नीला घोडा भगवान् शेषनाग का अवतार है जिसकी गति हवा से भी तेज़ है।
बाबा मोहन राम का घोडा जब भी उनके किसी भक्त को मुसीबत होती है वह तुरंत वहा पहुँचता है। कुछ भक्त तो कहते है कि जब भी किसी भक्त को कोई मुसीबत होती है तो वह वहाँ नंगे पाव दौड़ते है। बाबा मोहन राम को एक साधारण कपडे पहने हुए साधु के रूप में दिखाया जाता है। बाबा मोहन राम को दिव्य ज्योति के रूप में भी पूजा जाता है जो चमत्कारी शक्तियां रखती है।
Baba Mohan Ram ka Mandir (Kali Kholi)
बाबा मोहन राम का काली खोली मंदिर गाँव मिलकपुर में स्थित है जोकि राजस्थान के अलवर जिले के अंतर्गत आता है। यह दिल्ली से करीब 70 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। बताया जाता है कि इस मंदिर का इतिहास 350 वर्ष पुराना है। खोली वह जगह है जहाँ मोहन बाबा वास करते है।
करीब 350 साल पहले लल्लू भगत को बाबा मोहन राम ने दर्शन दिए। बाबा मोहन राम ने लल्लू भगत को वचन दिया कि वह मात्र की सभी समस्याओं में उनकी सेवा करे और उनके द्वारा कहे गए वचनों को वह पूरा करेंगे। साथ ही यह आशीर्वाद उनके वंशजो पर भी बना रहेगा।
इसके बाद लल्लू भगत ने काली खोली पर ज्योति जलाई साथ ही मिलकपुर गाँव में स्थित जोहड़ की पाल पर कुटिया बनाकर उनकी भक्ति करने लगे। तभी से मिलकपुर (भिवाड़ी) में बाबा मोहन राम की पूजा होने लगी और आज साल में लाखो भक्त उनके दर्शन के लिए आते है। मंदिर के पास लोग सच्चे मन से भंडारे का आयोजन करते है जिसमे वो लोगो को खाना खिलाते है। जिनसे उनकी मांगी हुई हर मनोकामनाएँ मोहन बाबा पूरी करते है।
पूरे साल में आप कभी भी बाबा मोहन राम के दर्शन के लिए आ सकते है। बाबा मोहन राम का यह मंदिर पूरे साल खुला रहता है। काली खोली में बाबा मोहन राम के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देने के लिए हमेशा “अखंड ज्योति” जली रहती है। भक्त अपने अखंड ज्योति को घी अर्पित करते है जिस से उनकी सभी मनोकामनाएँ पूरी हो जाती है।
1) बाबा मोहन राम के जो पांच रत्न मिलें थे वो कौन सा पेड था पेड का नाम किया है ।
2) बाबा मोहन राम के गुरू कौन थे ।
3) बाबा मोहन राम के माता-पिता कौन थे
4) बाबा मोहन की वो कौन-सी जगह है। जहाँ नही जानें पर पूजा स्वीकार नहीं करते ।
Send me details of baba mohanram katha
baba mohan ram ke bhi koi guru the?
Ans. 3. Baba Mohan Ram Vishnu ji ka Avtaar hai.
Ans.2 Baba mohan ram parkat hue the unke mata pita ka naam ka sawakl hi nahi uthta.
Ans. 4. Aisi koi jagah nahi hai
Sir please aap BaBa Mohan Ram ki Life ki bare mai details do
Kulveer singh ji aapko kya details chahiye baba mohan ram ji ke bare me
Jevan Katha Kya h
jai baba mohan ram ki baba mohan ranm ka bhai ha hees baba ka name jana jata ha vill+po junedpur dhanouri kalan distek gautam Buddha nagar uttar Pradesh
Baba Mohan Ram ke darshan sarvpartham karne wale Lallu Ram Nahi Nandu Saad The or jo ki ek brahmin the
Kaafi motivational lines hai.. padh ke achha laga.
Baba Mohan Ram meri bhi manokamna puri karde .. jai baba mohan ram
Jese aap sbki manokamna puri krte ho baba meri bhi kr do… Jai baba mohan ram.
Jai Baba Mohan Ram ki, Hey Baba mujh se koi galti ho gayi hai to mujhe maaf karna, Mujhe bhi apna Aashirwad do or mere man ki Murad puri kar do,Aapki Darshan ka Abhilashi hn, Jai Baba Mohan Ram ki